नरेंद्र मोदी ने 19 नवंबर, 2025 को तमिलनाडु के कोयम्बटूर में दक्षिण भारतीय प्राकृतिक खेती सम्मेलन 2025 का उद्घाटन करते हुए प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि (PM-KISAN) का 21वां किस्त भुगतान शुरू कर दिया। इस बार लगभग 18,000 करोड़ रुपये सीधे 9 करोड़ किसान परिवारों के बैंक खातों में ट्रांसफर किए गए। यह भुगतान एक ऐसे अवसर पर हुआ जब देश के किसानों के लिए सरकार की आय समर्थन योजना का कुल राशि 3.7 लाख करोड़ रुपये के पार पहुंच गया है — और इसके तहत 11 करोड़ से अधिक परिवारों को पहले से ही सहायता मिल चुकी है।
किसानों के लिए यह किस्त क्यों अलग है?
पिछली 20वीं किस्त 2 अगस्त, 2025 को वाराणसी में 20,500 करोड़ रुपये के साथ जारी की गई थी, जिसमें 9.7 करोड़ किसान परिवार शामिल थे। लेकिन इस बार की किस्त के बीच का अंतर केवल 3 महीने और 19 दिन है — पिछले चक्रों के औसत 4 महीने के अनुसार इससे कम है। यह बदलाव सरकार के लिए एक संकेत है कि वे भुगतान की अवधि को और तेज करने की ओर बढ़ रहे हैं। यह बात अक्सर भूल जाती है: PM-KISAN का मकसद सिर्फ पैसा देना नहीं, बल्कि किसानों को आय की नियमित धारा देना है, जिससे वे बीज, खाद और बिजली के बिल भर सकें।
भुगतान नहीं मिलने के 5 कारण
हर दूसरा किसान अभी भी अपनी किस्त नहीं पा पा रहा। वजह? तकनीकी गड़बड़ियाँ। कृषि और किसान कल्याण विभाग के अनुसार, भुगतान रोके जाने के मुख्य कारण हैं: एडहार-बैंक लिंक न होना, ई-केवाईसी वेरिफिकेशन अधूरा रहना, बैंक खाते का आईएफएससी कोड या खाता नंबर गलत होना, और आधार और बैंक खाते के नाम में अंतर। अगर किसी जमीन पर दो या अधिक सदस्य भत्ता मांग रहे हैं, तो भुगतान तब तक रोक दिया जाता है जब तक कि भौतिक सत्यापन पूरा न हो जाए।
कुछ किसानों को यह भी नहीं पता कि उनका रजिस्ट्रेशन नंबर क्या है। ऐसे में पोर्टल पर ‘अपना रजिस्ट्रेशन नंबर जानें’ फीचर काम आता है — बस आधार या मोबाइल नंबर डालें, और सिस्टम खुद बता देता है।
कैसे चेक करें अपना भुगतान स्टेटस?
किसान अपनी भुगतान स्थिति pmkisan.gov.in पर तीन तरीकों से चेक कर सकते हैं: आधार नंबर, बैंक खाता नंबर, या रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर। इनमें से कोई भी डिटेल डालें, कैप्चा भरें, और ‘डेटा प्राप्त करें’ पर क्लिक करें। आपको नाम, पिता/पति का नाम, जिला, गांव और पिछले भुगतानों की जानकारी दिखेगी। अगर आपका भुगतान अभी तक नहीं हुआ है, तो सिस्टम आपको बता देगा कि कौन सी जानकारी गलत है।
रिपब्लिक वर्ल्ड की रिपोर्ट के मुताबिक, 19 नवंबर के बाद ज्यादातर किसानों को SMS और बैंक नोटिफिकेशन मिल चुका है। लेकिन लाखों किसान अभी भी इंतजार कर रहे हैं — खासकर उन लोगों में जिनके आधार-बैंक लिंकिंग का काम पिछले छह महीने से अधूरा है।
कौन नहीं पाता भुगतान?
यह योजना केवल छोटे और सीमांत किसानों के लिए है — जिनके पास 2 एकड़ से कम जमीन है और जिनकी जमीन का रिकॉर्ड 1 फरवरी, 2019 तक था। इसके बाद खरीदी गई जमीन वाले किसान अभी भी अस्थायी रूप से बाहर हैं। साथ ही, सरकारी कर्मचारी, संवैधानिक पदधारी, और ऐसे व्यक्ति जिनकी आय टैक्स योग्य है, उन्हें इस योजना से बाहर रखा गया है। यह नियम जानना जरूरी है — क्योंकि कई किसान गलती से आवेदन करते हैं और फिर भुगतान न मिलने पर नाराज हो जाते हैं।
अगला कदम: भुगतान की आवृत्ति बढ़ेगी?
अब तक भुगतान तीन बार साल में होते रहे हैं — फरवरी, जून और दिसंबर। लेकिन इस बार की किस्त अगस्त के बाद केवल 3 महीने बाद आई है। यह एक नई रुख लग रहा है। क्या अगले वित्तीय वर्ष में यह योजना छह किस्तों में बंट जाएगी? यह अभी अनुमान है, लेकिन जब तक तकनीकी बाधाएं दूर न हो जाएं, तब तक भुगतान की गति अनियमित रहेगी।
कृषि मंत्रालय के एक अधिकारी ने बताया, “हम अब एक नए डिजिटल वेरिफिकेशन टूल पर काम कर रहे हैं, जो आधार और बैंक डेटा को ऑटो-मैच करेगा।” यह टूल अगले महीने ट्रायल के लिए लांच होने वाला है। अगर सफल रहा, तो भुगतान की देरी 90% तक कम हो सकती है।
किसानों की आवाज
कर्नाटक के एक किसान, रामू गौड़ ने कहा, “मैंने 6 महीने पहले अपना आधार बैंक से लिंक किया, लेकिन अभी तक कोई SMS नहीं आया। मेरी बेटी की फीस जमा करने के लिए यह पैसा जरूरी है।” उनकी कहानी अकेली नहीं है। तमिलनाडु के कुछ जिलों में अभी भी 30% किसानों के भुगतान अटके हुए हैं।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
PM-KISAN की 21वीं किस्त कब तक आएगी?
21वीं किस्त 19 नवंबर, 2025 को जारी कर दी गई है। अधिकांश किसानों को पहले ही पैसा मिल चुका है, लेकिन जिनके आधार-बैंक लिंक या ई-केवाईसी अधूरे हैं, उनका भुगतान अगले किस्त चक्र (जनवरी 2026) तक टाल दिया जाएगा। अगर आपकी जानकारी अपडेट हो जाए, तो पैसा अगले 48 घंटे में आ जाएगा।
क्या आधार नंबर बदलने से PM-KISAN भुगतान प्रभावित होता है?
हाँ, बहुत ज्यादा। अगर आपने आधार नंबर बदला है, तो आपको नया आधार बैंक खाते और PM-KISAN पोर्टल दोनों में अपडेट करना होगा। नहीं तो आपका भुगतान रोक दिया जाएगा। कृषि विभाग ने एक अलग विंडो लॉन्च की है — जहां आप अपने नए आधार को अपलोड कर सकते हैं।
क्या नए किसान भी इस योजना में शामिल हो सकते हैं?
हाँ, लेकिन सिर्फ उन्हीं के लिए जिनकी जमीन का रिकॉर्ड 1 फरवरी, 2019 के बाद अपडेट हुआ है। उन्हें अपनी जमीन का रजिस्ट्रेशन कराना होगा और फिर एक फिजिकल वेरिफिकेशन के लिए जिला कृषि कार्यालय में जाना होगा। इस प्रक्रिया में 30-45 दिन लग सकते हैं।
PM-KISAN का भुगतान नहीं मिलने पर क्या करें?
पहले पोर्टल पर स्टेटस चेक करें। अगर वहां गलती दिखे, तो अपने बैंक शाखा या जिला कृषि अधिकारी को संपर्क करें। अगर कोई जवाब न मिले, तो 1961 नंबर पर कॉल करें — यह PM-KISAN हेल्पलाइन है। ज्यादातर मामलों में भुगतान 7-10 दिनों में सुधार कर दिया जाता है।
क्या बैंक खाता बदलने से भुगतान रुक जाता है?
हाँ, बहुत ज्यादा। अगर आपने बैंक खाता बदला है, तो नया खाता नंबर, आईएफएससी कोड और बैंक का नाम PM-KISAN पोर्टल पर अपडेट करना अनिवार्य है। नहीं तो पैसा पुराने खाते में जाएगा — जो आपके लिए अनुपलब्ध होगा। अपडेट करने के लिए आप अपने बैंक शाखा में जा सकते हैं या ऑनलाइन अपडेट कर सकते हैं।
क्या PM-KISAN के तहत लड़कियां भी भुगतान पाती हैं?
हाँ, बिल्कुल। अगर लड़की जमीन की कानूनी मालिक है, तो उसका नाम रजिस्ट्रेशन में होना चाहिए। अगर वह अपने पिता के नाम पर जमीन रखती है, तो उसका नाम फादर/हस्बैंड के नाम के साथ आएगा। लेकिन अगर उसका आधार और बैंक खाता अलग है, तो भुगतान उसके नाम पर ही होगा।