क्या सच में हर रोज़ अच्छा घर का खाना बनाना मुश्किल है? नहीं। थोड़ा प्लान, बेसिक तकनीक और सही सामग्री से आप 20–30 मिनट में स्वादिष्ट और संतुलित खाना बना सकते हैं। यहां दिए गए टिप्स सीधे काम आने वाले हैं — कोई लंबी कहानियाँ नहीं, सिर्फ काम की बातें।
सबसे पहले, पैनtry को स्मार्ट बनाइए। हमेशा रखें: चावल, दाल, बेसन, मैदा, मैदा-नहीं विकल्प (ओट्स), बेसिक मसाले (हल्दी, नमक, मिर्च, धनिया पाउडर), तेल और सिरका/नींबू। ताजा चीज़ों में प्याज़, लहसुन, टमाटर और हरे धनिये का होना काम आसान कर देता है। एक अच्छे नॉन-स्टिक पैन और एक तेज़ चाकू में फर्क बहुत पड़ता है — ये निवेश लंबे समय में समय बचाते हैं।
सफाई की आदत बनाइए: कटिंग बोर्ड को अलग रखें (कच्चा मांस और सब्ज़ियों के लिए), और एक बार में ज्यादा बर्तन न गंदा करें। इससे खाना बनाना सस्ता और तेज़ होगा।
तेज़ खाना चाहते हैं तो स्टफ को प्री-प्रेप करो। सब्ज़ियों को पहले से काटकर फ्रिज में रखें, दाल को रात भर भिगो दें, और मसालों का मिश्रण तैयार रखें। एक पैन में सही तापमान बहुत जरूरी है — अगर पैन ठंडा है तो खाना चिपकेगा, बहुत गर्म होगा तो बाहर जल जाएगा। मध्यम-उच्च तापमान पर पहला तड़का और गर्म तेल से शुरुआत करें।
किचन में टाइम बचाने के लिए बैच कुकिंग अपनाएँ: एक बार में दाल, चावल या सूप बना कर छोटे कंटेनरों में रखें। दो-तीन दिन के लिए यही भोजन फ्रिज में सुरक्षित रहता है और माइक्रोवेव या स्टोव पर तुरंत गरम हो जाता है।
लम्बे समय के लिए, सीखें कैसे बेस सॉस (टमाटर बेस्ड ग्रेवी, बेस क्रीम सॉस), बेसिक स्टफिंग और मसाला मिक्स बनाते हैं। इससे हर बार की रेसिपी जल्दी बनती है और स्वाद भी बराबर रहता है।
रोलिंग रेसिपी: अगर पास समय कम है तो दलिया या ओट्स को सब्ज़ियों और अंडे के साथ तैयार कर लें। पनीर-तोफ़ू, छोले या मिक्स्ड वेज पुलाव भी 30 मिनट में बन सकते हैं अगर सामग्री तैयार हो।
स्वास्थ्य की छोटी-छोटी आदतें अपनाएँ: तलने की जगह ग्रिल या ओवन का इस्तेमाल बढ़ाएं, तेल कम डालें, और नमक-मसाले को ताजगी से मिलाएँ। भारतीय पारंपरिक खाद्य पदार्थ जैसे घी, दही और सूखे मेवे सही मात्रा में बहुत फायदे देते हैं — इन्हें बैलेंस कर के उपयोग करें।
अंत में, खाना पकाना मज़ेदार होना चाहिए। नए मसाले ट्राय करें, दोस्त या परिवार के साथ रेसिपी शेयर करें, और फेल होने से डरें नहीं — हर गलती एक नई सीख है। रोज़ का खाना स्वादिष्ट, स्वस्थ और कम मेहनत वाला बनाना संभव है, बस छोटे-छोटे बदलाव करें और अभ्यास जारी रखें।