वेनजुएला के विरोधी नेता मारिया कोरिना माचाडो को 2025 नॉबल शांति पुरस्कार

वेनजुएला के विरोधी नेता मारिया कोरिना माचाडो को 2025 नॉबल शांति पुरस्कार

जब मारिया कोरिना माचाडो, 58 साल की वेनजुएला की विपक्षी नेता और इंडस्ट्रियल इंजीनियर, को 10 अक्टूबर 2025 को नॉर्वे के ओस्लो में नॉबल शांति पुरस्कार दिया गया, तो अंतरराष्ट्रीय समुदाय चौंक गया। पुरस्कार घोषणा उसी दिन मध्य यूरोपीय समय (CET) शाम 11 बजे नॉर्वेजियन नॉबल कमेटी द्वारा की गई थी। कमेटी के प्रवक्ता जॉर्गन वत्ने फ्राइडनेस ने कहा कि माचाडो ने लोकतांत्रिक अधिकारों के लिए ‘अडिग संघर्ष’ किया है और ‘तानाशाह शासन से शांति‑पूर्ण बदलाव’ की राह में अग्नि बनकर रही हैं।

पृष्ठभूमि: माचाडो और वेनजुएला की राजनीतिक यात्रा

माचाडो ने 2002 में सुमाते की स्थापना की, जो चुनावी पारदर्शिता के लिए वोट मॉनिटरिंग संस्था थी। उसी साल उन्होंने ह्यूगो चावेज़ की सरकार के खिलाफ एक अस्थायी तख्तापलट को समर्थन दिया – एक कदम जिसने उनके करियर को दोनों ओर से रोशनी में रखा। फिर भी, 2000 के शुरुआती दशक से वेनजुएला में लोकतांत्रिक संस्थानों के कमजोर होने की गहराई के साथ, माचाडो ने अपने तकनीकी पृष्ठभूमि को सामाजिक आंदोलन में बदल दिया।

डॉइचे वेले के संवाददाता ऑस्कर शैंकर ने बताया, “मारिया कोरिना माचाडो वेनजुएला में लोकतांत्रिक प्रतिरोध का एक प्रतीक बन गई हैं, जहाँ वह शांतिपूर्ण प्रदर्शन और नागरिक अधिकारों को सुदृढ़ करती हैं।” 2024 में उन पर कई बार नॉबल शांति पुरस्कार के लिए नामांकन आया, पर 2025 में ही कमेटी ने आध्यात्मिक रूप से उनका चयन किया।

नॉर्वेजियन कमेटी का निर्णय: क्या कहा गया?

फ्राइडनेस ने स्पष्ट किया कि माचाडो अल्फ्रेड नॉबेल की वसीयत में लिखे तीन मानदंडों—भेदभाव‑रहित सहयोग, शांतिपूर्ण समाधान, और मानव अधिकारों के समर्थन—को पूर्ण रूप से पूरा करती हैं। उन्होंने कहा, “वेनजुएला के विभाजित विपक्ष को एकजुट करने और सैन्यीकरण के विरुद्ध लगातार विरोध करने में उनकी भूमिका बेजोड़ है।” कमेटी ने इस वर्ष कुल 351 नामांकन प्राप्त किए, लेकिन माचाडो की निरंतरता और अंतरराष्ट्रीय मंच पर उनकी आवाज़ ने उन्हें अलग बना दिया।

पुरस्कार में 11.0 मिलियन नॉर्वेजियन क्रोनर (लगभग 1.05 मिलियन अमेरिकी डॉलर) का नगद इनाम भी शामिल है, जो उनके संघर्ष को वैश्विक स्तर पर मान्यता देता है। यह राशि वेनजुएला में मौजूदा आर्थिक संकट के सामने अधिक महत्वपूर्ण लगती है—क्योंकि कई नागरिक अभी भी मूलभूत जरूरतों से जूझ रहे हैं।

उपलब्धकर्ताओं की प्रतिक्रियाएँ और आलोचनाएँ

ऑस्ट्रेलिया के चैनल ऐमी गुडमैन ने अपने कार्यक्रम “डेमोक्रेसी नाउ!” में इस घोषणा को प्रकट किया। उन्होंने कहा, “यह पुरस्कार वेनजुएला में लोकतांत्रिक आशा की एक नई रौशनी है।” दूसरी ओर, फ्लोरिडा रिपब्लिकन समूह के सदस्य, जिसमें पूर्व सीनेटर मार्को रुबियो शामिल हैं, ने पहले ही माचाडो को समर्थन दिया था। रुबियो ने कहा कि यह सम्मान “वेनजुएला के लोगों को विदेशी दबाव से मुक्त होकर अपनी स्वतंत्रता की ओर बढ़ने का संदेश” है।

वेनजुएला के मौजूदा राष्ट्रपति, जिन्होंने अब तक इस निर्णय को “एक विदेशी हस्तक्षेप” कहा है, ने अपने अंतरण में कहा कि यह “आधिकारिक शासन के प्रति एक चुनौती” है। ऐसी प्रतिक्रियाएँ इस बात की ओर इशारा करती हैं कि पुरस्कार का प्रभाव सिर्फ व्यक्तिगत नहीं, बल्कि वैचारिक भी हो सकता है।

भविष्य का परिदृश्य: वेनजुएला में क्या बदलेगा?

ओस्लो में 10 दिसंबर 2025 को तय शांति पुरस्कार समारोह के बाद, माचाडो की यात्रा का पहला कदम युरोप के कई प्रमुख संस्थानों से मुलाकातें होंगी। विशेषज्ञों का मानना है कि यह सम्मान वेनजुएला के भीतर शांति‑पूर्ण राजनीतिक समझौते के लिये दबाव बढ़ा सकता है। सामाजिक विज्ञान के प्रोफेसर डॉ. रिया गॉडिन ने कहा, “एक अंतरराष्ट्रीय मान्यता के साथ, माचाडो को अब घरेलू संगठनों से बेहतर मंच मिलेगा, जिससे एक व्यापक लोकतांत्रिक संवाद संभव हो सकेगा।”

फिर भी, कई चुनौतियाँ बाकी हैं। आर्थिक प्रतिबंधों, तेल निर्यात की कमी, और सैन्य शक्ति के पुनरुत्थान की सम्भावना अभी भी बड़े जोखिम पैदा करती है। यदि माचाडो इस सम्मान को एक रणनीतिक मोर्चा बनाते हुए, संयुक्त राष्ट्र तथा अंतरराष्ट्रीय मानव अधिकार संगठनों के सहयोग से “सुरक्षित चुनाव” का आह्वान करें, तो वेनजुएला में असली परिवर्तन की संभावना बढ़ सकती है।

मुख्य तथ्य

  • पुरस्कार: 2025 नॉबल शांति पुरस्कार (11.0 मिलियन NOK)
  • घोषणा: 10 अक्टूबर 2025, सुबह 11:00 CET, नॉर्वेजियन नॉबल कमेटी द्वारा
  • मुख्य पात्र: मारिया कोरिना माचाडो, जॉर्गन वत्ने फ्राइडनेस, मार्को रुबियो, ऐमी गुडमैन
  • समारोह: 10 दिसंबर 2025, ओस्लो, नॉर्वे
  • पिछला नामांकन: 2024, कुल 351 नामांकित

अक्सर पूछे जाने वाले सवाल

यह पुरस्कार वेनजुएला के जनता को कैसे प्रभावित करेगा?

नॉबल शांति पुरस्कार अंतरराष्ट्रीय मान्यता देता है, जिससे माचाडो को वैश्विक मंच मिलता है। इससे वेनजुएला के युवा और नागरिक संगठनों को अधिक साहस मिलेगा, और विदेशी दायित्वों के दबाव में लोकतांत्रिक सुधार की संभावनाएँ बढ़ेंगी।

मारिया कोरिना माचाडो के प्रमुख कदम कौन‑से थे?

उनका सबसे बड़ा कदम 2002 में सुमाते की स्थापना था, जो चुनावी पारदर्शिता के लिए वोट मॉनिटरिंग करती थी। इसके बाद उन्होंने कई शांतिपूर्ण प्रदर्शनों का नेतृत्व किया और विपक्षी पार्टियों को एकजुट किया।

नॉर्वेजियन नॉबल कमेटी ने इस पुरस्कार को क्यों चुना?

कमेटी ने कहा कि माचाडो ने अल्फ्रेड नॉबेल की तीन मानदंड—शांति‑पूर्ण संघर्ष, मानव अधिकारों की रक्षा, और अंतरराष्ट्रीय सहयोग—को स्पष्ट रूप से पूरा किया है, विशेषकर वेनजुएला में विभाजित विपक्ष को एकजुट करने में।

मार्को रुबियो की भूमिका क्या रही?

फ्लोरिडा के रिपब्लिकन समूह द्वारा 2024 में माचाडो को नामांकित करने के बाद, वर्तमान अमेरिकी राज्य सचिव मार्को रुबियो ने इस पुरस्कार को US‑वेनजुएला नीति के समर्थन के रूप में उजागर किया, जिससे यह संकेत मिला कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर वेनजुएला की स्थिति में US‑सहयोग बढ़ रहा है।

भविष्य में शांति‑पूर्ण चुनाव कब हो सकता है?

विशेषज्ञ मानते हैं कि 2026 के राष्ट्रपति चुनाव को सुरक्षित बनाने के लिये अंतरराष्ट्रीय पर्यवेक्षकों की जरूरत होगी। माचाडो की नई मान्यता इस दिशा में एक सकारात्मक संकेत है, पर निरंकुश शासन की स्थिरता अभी भी मुख्य बाधा बनी हुई है।